चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
(दो बार)
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
(दो बार)
तेरे पैर की कोमल आहट सोते भाग जगाए
जो पत्थर छू ले गोरी तू, वो हीरा बन जाए
तू जिसको मिल जाए वो…
तू जिसको मिल जाए वो हो जाए मालामाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा…
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
(दो बार)
तू नादान ना जाने कैसे रूप चुराते लोग
नज़रें भर-भर देखें तुझको आते-जाते लोग
छैल-छबीली रानी, थोड़ा…
छैल-छबीली रानी, थोड़ा घूँघट और निकाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा…
धनक, घटा, कलियाँ और तारे, सब हैं तेरे रूप
(दो बार)
ग़ज़लें हों या गीत हों मेरे, सब में तेरा रूप
यूँ ही चमकती रहे हमेशा तेरे हुस्न की धूप
तुझे नज़र ना लगे किसी की…
तुझे नज़र ना लगे किसी की, जिए हज़ारों साल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा…
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
(तीन बार)